पर्वतीय क्षेत्र के सभी क्षेत्रों में जहां अनेक प्रकार की संस्कृतियां विद्यमान है, यहां की विभिन्न कलायें अपने आप में एक अनूठी मिशाल है। वर्तमान भौतिकवादी परिवेश में जहां गांवों से निरन्तर पलायन हो रहा है। इसी के साथ लोक कलाओं का भी हृास हो रहा है। संस्था द्वारा प्रयास किया गया कि जागरूकता कार्यक्रमों में लोक कलाओं, लोक गीतों का समावेश किया जाये क्योंकि अपनी भाषा व संस्कृति में समझ जल्दी विकसित होती है। संस्था द्वारा संस्कृति के अनुरूप लोक गीत, नृत्य, स्थानीय भाषाओं में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जहां समुदाय को संदेश देने के अथक प्रयास किये गये। इससे संस्कृति व लोक कला भी स्थापित रहेगी। संस्था द्वारा निरन्तर समुदाय के बीच इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। साथ ही यह भी प्रयास किया जाता है कि लोक कलाओं को बचाया जा सके।