संस्था द्वारा महिलाओं को जागरूक एवं संगठित करने के उद्देश्य से महिलाओं को स्वयं सहायता के साथ जोड़कर कार्य करने की रणनीति अपनाकर कार्य किया जा रहा है। गांव में महिलाओें के स्वयं सहायता समूह गठित कर समूह से महिलाओं को जोड़ा जा रहा है। समूहों में महिलाओं को संगठित कर उन्हें उनके साथ होने वाले लैंगिक भेदभाव और उसके दुष्परिणामों से परिचित करवाकर सामाजिक बदलाव की लड़ाई लड़ने हेतु तैयार किया जा रहा है। ताकि महिलायें सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक बदलाव के कार्यों को आगे बढ़ाने में स्वयं भी अपना योगदान सुनिश्चित कर सकें। इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिये महिला मुद्दों पर संवाद बढ़ाकर उन्हें इनके दुष्प्रभावों और परिणामों की जानकारी देने का कार्य करती है। इसके लिये समूहों की नियमित बैठकें करने के साथ ही संस्था द्वारा समय-समय पर सेमीनारों, कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। ताकि महिलायें बदलाव की इस लड़ाई को निर्णायक स्तर पर ले जाकर व्यापक परिवर्तन ला सकें।
महिला सशक्तिकरण से जुड़े हमारे कार्य
स्वयं सहायता समूहों का गठन एवं संचालन
संस्था द्वारा महिलाओं को जागरूक एवं संगठित करने के उद्देश्य से उन्हें स्वयं सहायता के साथ जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। महिलाओें के स्वयं सहायता समूह गठित कर इन समूहों से महिलाओं को जोडकर उन्हें उनके साथ होने वाले लैंगिक भेदभाव और उसके दुष्परिणामों से परिचित करवाकर सामाजिक बदलाव की लड़ाई लड़ने हेतु तैयार किया जा रहा है ताकि महिलायें बदलाव की इस लड़ाई को निर्णायक स्तर पर ले जाकर व्यापक परिवर्तन ला सके। संस्था द्वारा वर्ष 1999 से विकास खण्ड गंगोलीहाट, बेरीनाग व मुनस्यारी में महिला सशक्तिकरण के कार्यो को बढ़ावा देकर उन्हें एक आवाज और मंच प्रदान करने के उद्देश्य से स्वायत्त सहकारिताओं के साथ के साथ जोड़ा जाता रहा है। मार्च 2022 तक 127 समूह सक्रियता के साथ कार्य कर रहे है। इन समूहों से 1768 महिलाऐं जुड़ी है। समूहों द्वारा रू. 2,17,57,151.00 बचत कर अपने सदस्यों को रू. 1,05,88,230.00 का लाभांश व जमा पूूंजी सदस्यों में वापस वितरित की जा चुकी है। वर्तमान में समूहों के पास रू. 1,11,68,921.00 की बचत है। समूहों द्वारा अपने सदस्यों को रू. 3,89,91,693.00 का आन्तरिक ऋण देते हुए नियमानुसार रू. 3,59,05,323.00 की ऋण वसूली हो चुकी है। वर्तमान में आन्तरिक ऋण में रू. 30,86,370.00 शेष है।
स्वायत्त सहकारिता संगठनों का गठन
संस्था द्वारा समूहों को एक मंच प्रदान करने एवं आजीविका गतिविधियों को बढ़ाने के उद्देश्य से गंगोलीहाट, बेरीनाग व मुनस्यारी में 8 स्वायत्त सहकारिता संगठनों का गठन किया गया है। इन संगठनों से जुडकर महिलायें व्यवसायिक कार्यक्रमों से जुड़कर अपनी आजीविका स्रोत बढ़ा रही है। महिलाओं के इन संगठनों से जुड़ने से वे सरकारी योजनाओं का भी लाभ लेने के साथ ही बैंको से आसानी से पूंजी भी पा्रप्त कर रही है। महिलायें इन संगठनों के साथ जुड़कर सामाजिक, राजनैतिक व आर्थिक गतिविधियों का संचालन कर अपनी निर्णायक भूमिका अदा कर रही हैै। सहकारिता संगठनों के माध्यम से महिलायें ग्रामीण परिवेष में रहकर डेयरी, बकरी पालन व सब्जी उत्पादन आदि कार्यो का सफलतापूर्वक संचालन कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही है।